इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का प्रधान अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। भारत की पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी के नाम पर बना यह भारत का व्यस्ततम हवाई अड्डा है। हवाई अड्डे के नवीनतम टर्मिनल-3 के चालू हो जाने के बाद से 4 करोड़ 60 लाख यात्री क्षमता तथा वर्ष 2030 तक की अनुमानित यात्री क्षमता 10 करोड़ के साथ यह भारत के साथ-साथ पूरे दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा और सबसे महत्त्वपूर्ण व्यापार संबंधी विमानन केन्द्र बन गया है। यहां का टर्मिनल-3 विश्व का 8वां सबसे बड़ा यात्री टर्मिनल है। इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र को 2010 में एयरपोर्ट काउन्सिल इन्टरनेशनल द्वारा 150-250 लाख यात्री श्रेणी में विश्व का चौथा सर्वोत्तम हवाई अड्डा, एवं एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सर्वाधिक प्रगति वाला विमानक्षेत्र होने का सम्मान मिला था।
दिल्ली हवाई अड्डा - इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (डीईएल)
दिल्ली हवाई अड्डा टर्मिनल
वर्तमान में यहां दो सक्रिय अनुसूचित यात्री टर्मिनल भी हैं: एक समर्पित हज टर्मिनल एवं एक माल यातायात हेतु कार्गो टर्मिनल।
टर्मिनल 1सी / 1डी दिल्ली हवाई अड्डा
टर्मिनल-1सी / 1डी की सुविधाओं का प्रयोग अभी इंडिगो और स्पाइसजेट कर रहे हैं। टर्मिनल 1सी का प्रयोग केवल अन्तर्देशीय आगमन हेतु किया जाता है, जबकि टर्मिनल 1डी का प्रयोग अन्तर्देशीय प्रस्थान के लिए किया जाता है।
टर्मिनल 2 दिल्ली हवाई अड्डा
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डयल) ने टर्मिनल 1 का कार्य जारी रखने के लिए गो एयर उड़ान का आगमन और प्रस्थान 29 अक्टूबर 2017 को टर्मिनल 1 से टर्मिनल 2 पर शिफ्ट कर दिया है।
टर्मिनल 3 दिल्ली हवाई अड्डा
टर्मिनल 3 का प्रयोग सभी अन्तर्राष्ट्रीय उड़ानों के आगमन और प्रस्थान के लिए किया जाता है और साथ ही जेट एयरवेज़, एयर इंडिया, एयरएशिया इंडिया और विस्तारा उड़ानों का प्रयोग अन्तर्देशीय आगमन और प्रस्थान के लिए किया जाता है।
दिल्ली हवाई अड्डा - वेबसाइट दिल्ली हवाई अड्डा - विकिपीडिया